Ganesh Chaturthi 2022:  इस वर्ष 2022 में गणेश चतुर्थी  31 अगस्त को मनाया जाएगा. संपूर्ण भारत देश में 10 दिनों तक गणेश महोत्सव की धूम रहेगी. इन 10 दिनों में सिद्धिविनायक की विशेष आराधना करी जाती है. उनको  पसंद करने के लिए उनके प्रिय मोदक का भोग लगाया जाता है.ऐसे में तरह तरह के मोदक बनाए जाते हैं. पौराणिक मान्यता है कि है कि  प्रथम आराध्य भगवान श्री गणेश को मोदक अति प्रिय होते हैं.  ऐसे में भगवान श्री गणेश को भोग  के लिए कई प्रकार के मोदक तैयार किए जाते हैं. चलिए जानते हैं  मोदक के  ऐसे ही 5 वैरायटी के बारे में.

1.केसर मोदक (Kesar Modak) - हम आराध्य श्री गणेश को गणेश चतुर्थी में भोग लगाने के लिए केसर मोदक बना सकते हैं. केसर मोदक बनाने के लिए चावल के आटे के साथ ही केसर पानी, नारियल, गुड़, खसखस और जायफल पाउडर का प्रयोग किया जाता है. 

2.काजू मोदक (Kaju Modak) - सिद्धिविनायक को भोग लगाने के लिए काजू मोदक बनाया जाता है. इस  मोदक  काजू चीनी इलायची पाउडर एवं  शुद्ध से बनाया जाता है. सारी सामग्री से बने मिश्रण को मोदक के सांचे में डालकर काजू मोदक तैयार किया जाता है.

3.साबूदाना मोदक (Sabudana Modak) -  वैसे तो व्रत में साबूदाना से बने खीर खाए जाते हैं. परंतु साबूदाना का प्रयोग साबूदाना मोदक बनाने के लिए भी किया जा सकता है. साबूदाना मोदक बनाने के लिए साबूदाना के साथ-साथ देसी घी, चीनी और इलायची पाउडर का भी  इस्तेमाल होता है.

4.पान मोदक (Paan Modak) -  सिद्धिविनायक के प्रसाद के रूप में पान मोदक  बनाने के लिए  पान के पत्ते, नारियल बूरा, चीनी, दूध, ड्राई फ्रूट्स, गुलकंद आदि का इस्तेमाल होता है. पान का इस्तेमाल करने से पहले इस बात का ध्यान रखें की पान बिल्कुल भी करवाना हो.

5.बीटरूट मोदक (Beetroot Modak) -  भगवान श्री गणेश को भोग लगाने के लिए बीटरूट अर्थात चुकंदर से भी मोदक बनाया जाता है. इस मोदक तैयार करने के लिए कददूकस चुकंदर के अलावा रबड़ी, मिल्क पाउडर, नारियल बूरा, ड्राई फ्रूट्स, चीनी, इलायची पाउडर, देसी घी  का इस्तेमाल होता है.


सिद्धिविनायक के अतिप्रिय मोदक को शेयर जरूर करें.