संपूर्ण देश में लॉकडाउन के कारण सबसे अधिक श्रमिक वर्ग को प्रभाव पड़ा है. बहुत सारे श्रमिक अपने अपने राज्य अपने अपने गांव की ओर वापस लौट रहे. उत्तर प्रदेश में लगभग 24 लाख से अधिक प्रवासी मजदूर वापस लौटे है जो कि मूल्य ता छोटे-छोटे गांव कस्बों से आकर शहर में काम कर रहे थे. समस्या यह थी कि उनके पास अपना आवास नहीं था. और इसी समस्या को देखते हुए इसके निवारण के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए आवास प्लस योजना का शुरुआत किया है.
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Up आवास प्लस योजना 2021 |
पूरे देश में सरकार के द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना दी जा रही है जिसके अंतर्गत लोगों को उनका अपना घर बनाने के लिए फायदा पहुंचता है.
यूपी आवास प्लस योजना 2021
आवास प्लस योजना क्या है
आवास प्लस योजना के अंतर्गत प्रवासी श्रमिक को उनका अपना घर सरकार देगी. इसके लिए उन्हें लोन या सब्सिडी दी जाएगी अथवा घर बना कर दिया जाएगा. इसके बारे में सरकार ने अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है.
किसे मिलेगा योजना का लाभ
इस योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के रहने वाले उन मजदूरों को लाभ दिया जाएगा जो पिछले कई वर्षों से दूसरे राज्यों में काम कर रहे थे. और लॉकडाउन के टाइम वापस अपने राज्य लौट आए हैं.
2. योजना के अंतर्गत मुख्यतः उन्हें की आवास प्रदान कराया जाएगा जो लोग गांव के रहने वाले हैं.
कौन कौन से दस्तावेज लगेगा
1. जो लोग इस योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करना चाहते हैं उनके पास यूपी की मूल निवास प्रमाण पत्र होना आवश्यक है.
2. इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक के पास पहचान पत्र भी होना जरूरी है.
कैसे होगा योजना के अंतर्गत पंजीयन
योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चालू हो गई है. यह प्रक्रिया श्रम विभाग के अंतर्गत पूरी की जा रही है. फिलहाल योजना से संबंधित ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की कोई जानकारी सरकार के द्वारा प्रेषित नहीं किया गया है.
यूपी सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि सरकार प्रवासी मजदूर को हजार रुपया सहायता राशि के तौर पर देगी. अब तक जिस भी लोगों को सहायता राशि का लाभ प्राप्त नहीं हुआ है वैसे लोगों तक सरकार के द्वारा राशि पहुंचाया जाएगा. और इसी के साथ साथ हजार रुपए प्रतिमाह मानधन के बारे में भी सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा है. अब तक कई प्रवासी को इस योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करवाया जा चुका है.
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