अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 लेख (International yoga day essay in hindi)निबंध भाषण महत्व स्लोगन कविता (logo,protocol,quotes,logo)
मैं खुद योग किया करता हूं. और योग और प्राणायाम के सकारात्मक असर को महसूस कर चुका हूं. और मेरे जीवन में सकारात्मक बदलाव का क्रेडिट भी में योग को ही देता हूं. योग की दिशा में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाना एक बहुत ही अच्छा कार्य है. जब मुझे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के बारे में जानकारी मिली तो मैं अंतर्मन से काफी खुश हुआ. मैं तो कहता हूं कि आप सभी लोगों को भी योग का महत्व को जानना चाहिए और योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए. इस आर्टिकल में आगे आप पढ़ने वाले हैं योग के महत्व के बारे में और कुछ महत्वपूर्ण आसन के बारे में और साथ ही साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के बारे में..
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International yoga day
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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस | International yoga day
- आधिकारिक- नाम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
- देखरेख- आयुष मंत्रालय
- कब मनाया जाता है- 21 जून
- शुरू कब हुआ- साल 2015 से
- कहां मनाया जाता है- संपूर्ण दुनिया में
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 कब है? | International yoga 2022 day date
योग हम सभी के जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस मनाया जाता है. इस साल भी 21 जून को ही अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाएगा.
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के शुरुआत ( History)
21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है . भारत के इतिहास में योग और साधना का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है. योगा साधना का सर्वाधिक प्रचार प्रसार स्वामी विवेकानंद जी किया था. इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस प्रत्येक साल 21 जून को मनाई जाती है.
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का लोगो( logo)
लोगो( logo) में एक आदमी को अपने दोनों हाथ जोरे हुए हुए दीखता है . जोकि योग के साथ साथ मनुष्य के मन,शरीर और प्रकृति के बीच तालमेल को दर्शाता है.
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लोगों को बनाने में नीले और पीले रंग का इस्तेमाल हुआ है. हर रंग अलग-अलग चीजों को रिप्रेजेंट करता है.
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस लोगों में दिखाए गए हरा रंग का पत्तियां प्रकृति का प्रतीक है. नीले रंग पानी का प्रतीक है, पीला रंग आग का प्रतीक है ,और भूरे रंग की पत्तियां पृथ्वी तत्व का प्रतीक है और इसमें सूर्य ऊर्जा और प्रेरणा स्रोत का प्रतीक है.
क्योंकि योग की मदद से लोगों को हारमनी एंड पीस मिलता है इसीलिए इस लोगों के सबसे नीचे 'योग फॉर हारमनी एंड पीस' लिखी गई.
महत्वपूर्ण योगासन का नाम (yoga asanas with names and information protocol)
हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ योगासन के नाम और उसे किस प्रकार करते हैं..
ताड़ासन
इस आसन में सीधे खड़े होकर धीरे-धीरे अपना पूरा वजन पंजे पर डाल देते हैं और एड़ी को ऊपर उठाते हैं. इस स्थिति को दोहराते हैं और इसी स्थिति में कुछ देर खड़े रहते हैं.
शीर्षासन
शीर्षासनआसन में व्यक्ति को सिर के बल खड़ा होना होता है.
त्रिकोणासन
इस आसन में सीधे खड़े होकर पैरों के बीच में कुछ जगह की जाती है. कमर से नीचे झुकने के साथ ही बिना घुटना मोड़ने सीधे हाथ से उल्टे पैर के पंजे को एवं उल्टे हाथ से सीधे पैर के पंजे को छुआ जाता है.
वज्रासन
दोनों पैरों को मोड़कर रीढ़ की हड्डी को सीधा रखकर अपने हाथों को घुटनों पर रखते हैं.
शलभासन
इस आसन में व्यक्ति पेट के बाल लेट जाता है और हाथ और पैरों को सीधे हवा में खोलकर रखता है.
धनुरासन
इस आसन में व्यक्ति को पेट के बल लेटकर हाथों से पैरों को पकड़ना होता है. जिससे की एक धनुष के आकार बन जाता है.
भुजङ्गासन
भुजङ्गासन में उल्टा लेट कर पेट, जांघ, घुटने एवं पैरों के पंजे सभी जमीन पर होते हैं और शरीर के आगे का हिस्सा हाथों के बल पर ऊपर की और उठाया जाता है इसमें हाथ की कोहनी थोड़ी सी मुड़ी हुई होती है.
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उद्देश्य
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य उद्देश्य हर मनुष्य में योगासन के प्रति जागरूकता लाना है. क्योंकि आज के समय में शारीरिक गतिविधि कम हो जाने के कारण लोगों में अनेक बीमारियों की समस्या उत्पन्न हो रही है. ऐसे में नियमित कुछ देर योग का अभ्यास करके मनुष्य खुद को पूर्ण रूप से पूर्ण स्वस्थ रख सकता है.
योग के फायदे (Benefits of yoga)
योग करने से शरीर में तंदुरुस्ती के साथ-साथ मानसिक शांति भी मिलती है. योग करने से मन शांत रहता है और तनाव भी कम होता है. योग शरीर नियंत्रित रखता है. और योग से ही सभी भाव नियंत्रित हो जाते हैं जैसे दुख सुख प्यार आदि
शरीर स्वस्थ रहता है
योग करने से शरीर का ब्लड का प्रभाव नियंत्रित होता है. जिससे शरीर में फुर्ती आती है जो हानिकारक टॉक्सिन को शरीर से बाहर निकाल देता है.
इससे शरीर का विकास भी दूर होता है और रोगियों को बहुत ही आराम मिल जाता है साथ ही सकारात्मकता का भाव भी उत्पन्न होता है. जिससे शरीर स्वस्थ बना रहता है.
वजन कम होता है
सूर्य नमस्कार योग का सबसे प्रभावशाली विद्या है सूर्य नमस्कार से शरीर में लचीलापन आता है. रक्त का प्रभाव अच्छा हो जाता है .और शरीर की अकड़न जकड़न में भी काफी हद तक आराम मिलता है. योग से वजन नियंत्रित होता है. कम वजन वाले का वजन बढ़ जाता है और अधिक वजन वाले का वजन कम हो जाता है.
चिंता का भाव कम हो जाता है
नियमित योग करने से मन एकाग्र चित्त हो जाता है. मन में शीतलता का भाव उत्पन्न होता है और चिंता जैसे विकारों का अंत हो जाता है. योग से ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित होता है. जिससे शरीर एवं मानसिक संतुलन अच्छा बना रहता है.
मनोबल बढ़ता है
योग करने से आत्मबल में वृद्धि होती है.इससे जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होता है. मनुष्य हर परिस्थिति से लड़ने में सक्षम होता है.
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
योग करने से उपापचय की क्रिया दुरुस्त हो जाती है. जिससे मनुष्य में रोगों की लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है. योग और ध्यान में बड़ी से बड़ी बीमारियों का इलाज है.
ऊर्जा बढ़ाती है
रोजाना योग करने से व्यक्ति में ऊर्जा का संचार होता है. मनुष्य में थकावट या किसी भी काम के प्रति आलस का भाव नहीं उत्पन्न होता है.
FAQ
Q. पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कब मनाया गया था?
Ans. पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2015 में मनाया गया था.
Q. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कब है?
Ans. 21 जून को
Q. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2021 की थीम क्या थी?
Ans. बी विथ योग बी ऐट होम.
Q. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कैसे मनाते हैं?
Ans. योगा करके और अपने शरीर को तंदुरुस्त रखते हैं.
Q. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 की थीम क्या है?
Ans. 'योगा फॉर ह्यूमैनिटी' (Yoga For Humanity)
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