![]() |
Disney princess Rapunzel love story (रेपंजेल की प्रेम कहानी) |
बहुत दिनों की बात है यूरोपीय महाद्वीप के जर्मनी देश में एक पति और पत्नी रहते थे. दोनों बिल्कुल अकेले थे और दोनों का कोई भी इस दुनिया में नहीं था. विवाह के कई वर्ष हो जाने के बाद भी उनकी कोई संतान नहीं हुई. समय इसी तरह से बीता जा रहा था कि अचानक एक दिन पत्नी को अपनी गर्भ में संतान होने की अनुभूति हुई. गर्भावस्था के दौरान उसको लगा कि उसको रेपंजेल नामक शाक खानी चाहिए. परंतु वह शाक आसपास में कहीं भी उपलब्ध नहीं था.
दोनों पति-पत्नी जहां रहते थे वहां पास में ही एक जादूगरनी का बगीचा था. जब पत्नी ने अपनी मन की बात पति को बताएं तो पति ने उससे वादा किया कि उसके लिए रेपंजेल नामक शाक वह लाएगा. पति चोरी चुपके उस जादूगरनी के बगीचे में घुसकर रेपंजेल नामक शाक अपनी पत्नी के लिए तोर लाया. और कई दिनों तक पति इसी तरह से पत्नी के लिए रेपंजेल नामक शाक नामक साथ लाता रहा.
उस बगीचे की मालकिन जादूगरनी का नाम डेम गोथेल था. उस जादूगरनी ने चोरी करते हुए पति को देख लिया. फिर क्या था जादूगरनी ने पति को बंधक बना लिया. उसके बाद पति उस जादूगरनी के पास बहुत गिरगिराने लगा और अंत में जादूगरनी ने एक शर्त पर वह शाक उसकी पत्नी को देने के लिए तैयार हुई. वह शर्त यह थी कि संतान के जन्म के बाद वह उस संतान को जादूगरनी को सौंप देगा.
उस बगीचे की मालकिन जादूगरनी का नाम डेम गोथेल था. उस जादूगरनी ने चोरी करते हुए पति को देख लिया. फिर क्या था जादूगरनी ने पति को बंधक बना लिया. उसके बाद पति उस जादूगरनी के पास बहुत गिरगिराने लगा और अंत में जादूगरनी ने एक शर्त पर वह शाक उसकी पत्नी को देने के लिए तैयार हुई. वह शर्त यह थी कि संतान के जन्म के बाद वह उस संतान को जादूगरनी को सौंप देगा.
पति बहुत ही ज्यादा मायूस होते हुए जादूगरनी की इस शर्त को मान लेता है. और जब बच्चे का जन्म होता है तो वह उसे जादूगरनी के हाथों में अपनी पुत्री को सौंप देता है. उस जादूगरनी ने उसकी पुत्री को बड़े ही लाड प्यार से पालन पोषण किया. और उसका नाम उसी शाक के नाम पर रेपंजेल रख दिया. रेपंजेल एक बहुत ही खूबसूरत कन्या के रूप में धीरे-धीरे बड़ी होने लगी. उसके सुनहरे बाल और बहुत ही खूबसूरत होने की चर्चा आसपास के जगह पर धीरे धीरे कर फैलने लगी.
कन्या जब 12 वर्ष की हुई तो जादूगर डेम गोथेल उसको एक ऐसी मीनार में कैद कर दिया जिस मीनार में ना तो कोई दरवाजा था और नाही ऊपर चढ़ने के लिए सीडी थी. उस मीनार में ऊंचे स्थान पर एक कमरा था जिसमें केवल एक खिड़की था. जादूगरनी अपनी जादुई शक्ति से उस तक पहुंचती थी. दिन के समय उससे एक बार जरूर मिलने जाती थी. इसी तरह से दिन बीत रहा था. अब वह 12 वर्ष की बच्ची बड़ी हो गई थी और एक अत्यंत ही रूपवती कन्या बन चुकी थी. उसके सुनहरे बाल इतने बड़े हो गए थे कि आप जादूगरनी उसके बाल को पकड़कर ही मीनार के ऊपर चढ़कर उससे मिलने जाने लगी. जब जादूगरनी उससे मिलने जाती तो वह रेपंजेल को पुकारती थी की
कन्या जब 12 वर्ष की हुई तो जादूगर डेम गोथेल उसको एक ऐसी मीनार में कैद कर दिया जिस मीनार में ना तो कोई दरवाजा था और नाही ऊपर चढ़ने के लिए सीडी थी. उस मीनार में ऊंचे स्थान पर एक कमरा था जिसमें केवल एक खिड़की था. जादूगरनी अपनी जादुई शक्ति से उस तक पहुंचती थी. दिन के समय उससे एक बार जरूर मिलने जाती थी. इसी तरह से दिन बीत रहा था. अब वह 12 वर्ष की बच्ची बड़ी हो गई थी और एक अत्यंत ही रूपवती कन्या बन चुकी थी. उसके सुनहरे बाल इतने बड़े हो गए थे कि आप जादूगरनी उसके बाल को पकड़कर ही मीनार के ऊपर चढ़कर उससे मिलने जाने लगी. जब जादूगरनी उससे मिलने जाती तो वह रेपंजेल को पुकारती थी की
" रेपंजेल अपने बाल गिरा दो ,मैं तुम्हारे सुनहरे बाल पर चढ़कर ऊपर आ जाऊ "
समय इसी तरह से गुजरता चला जा रहा था एक दिन एक राजकुमार घूमते घूमते उसी जगह पर आ गया जहां पर वह मीनार थी.रेपंजेल की आवाज बहुत ही प्यारी थी.और वह गाती भी बहुत मीठा थी. एक दिन जब राजकुमार टहल रहे थे तो उनको एक बहुत ही मीठी आवाज सुनाई पड़ी. वह आवाज कहां से आ रही है यह पता लगाने के लिए जब राजकुमार मीनार के पास पहुंचा उसे दिखाई परा कि उस मीनार के ऊपर कमरे में एक सुंदर लड़की रहती है. राजकुमार इस मीठी आवाज को सुनकर बहुत ही ज्यादा प्रभावित हुए और वह अपनी उत्सुकता को नहीं रोक पा रहे थे उन्होंने मन में ठान लिया कि इस बंद मीनार में रहने वाली उस लड़की जिसकी आवाज इतनी मीठी है के विषय में पता लगा कर ही रहेंगे.
समय इसी तरह से गुजरता चला जा रहा था एक दिन एक राजकुमार घूमते घूमते उसी जगह पर आ गया जहां पर वह मीनार थी.रेपंजेल की आवाज बहुत ही प्यारी थी.और वह गाती भी बहुत मीठा थी. एक दिन जब राजकुमार टहल रहे थे तो उनको एक बहुत ही मीठी आवाज सुनाई पड़ी. वह आवाज कहां से आ रही है यह पता लगाने के लिए जब राजकुमार मीनार के पास पहुंचा उसे दिखाई परा कि उस मीनार के ऊपर कमरे में एक सुंदर लड़की रहती है. राजकुमार इस मीठी आवाज को सुनकर बहुत ही ज्यादा प्रभावित हुए और वह अपनी उत्सुकता को नहीं रोक पा रहे थे उन्होंने मन में ठान लिया कि इस बंद मीनार में रहने वाली उस लड़की जिसकी आवाज इतनी मीठी है के विषय में पता लगा कर ही रहेंगे.
एक दिन जब जादूगरनी दिन के समय रेपंजेल से मिलने आई. तो राजकुमार ने उस जादूगरनी को वह शब्द कहते हुए और बाल के जरिए ऊपर चढ़ते हुए देख लिया. फिर क्या था राजकुमार ने इसी तरह जब रात के समय रेपंजेल को पुकारा तो उसने अपने बालों को मीनार से नीचे लटका दिया. राजकुमार उस बाल के सहारे से मीनार के ऊपर चढ़कर रेपंजेल से मिला.
रेपंजेल और उस राजकुमार को एक दूसरे से प्यार हो गया. वे दोनों मिलते ही एक दूसरे से अत्यंत प्रेम करने लगे. अतः राजकुमार ने रेपंजेल के सामने विवाह का प्रस्ताव रख दिया. रेपंजेल ने प्रस्ताव को स्वीकार करते कर लिया. और अब दोनों का मिलना जुलना बढ़ गया. और वह दोनों एक दूसरे के लिए अंतरंग सहचर बन गए. जादूगरनी रोज दिन के समय रेपंजेल को मिलने आती थी. राजकुमार और रेपंजेल ने मिलकर एक योजना बनाई की राजकुमार के द्वारा दिए गए रेशम से रेपंजेल एक सीडी तैयार करेगी. ताकि उस सीडी की मदद से दोनों उस जगह से भाग सके.
रेपंजेल और उस राजकुमार को एक दूसरे से प्यार हो गया. वे दोनों मिलते ही एक दूसरे से अत्यंत प्रेम करने लगे. अतः राजकुमार ने रेपंजेल के सामने विवाह का प्रस्ताव रख दिया. रेपंजेल ने प्रस्ताव को स्वीकार करते कर लिया. और अब दोनों का मिलना जुलना बढ़ गया. और वह दोनों एक दूसरे के लिए अंतरंग सहचर बन गए. जादूगरनी रोज दिन के समय रेपंजेल को मिलने आती थी. राजकुमार और रेपंजेल ने मिलकर एक योजना बनाई की राजकुमार के द्वारा दिए गए रेशम से रेपंजेल एक सीडी तैयार करेगी. ताकि उस सीडी की मदद से दोनों उस जगह से भाग सके.
लेकिन रेपंजेल की मूर्खता के कारण जादूगरनी गोथेल को दोनों की प्रेम और रेपंजेल के गर्भवती हो जाने का पता चल गया. जादूगरनी ने गुस्से में रेपंजेल को मीनार से बाहर कर दिया और जंगली जानवरों के बीच जंगल में अकेला छोड़ दिया. और जादूगरनी खुद उस मीनार में जाकर छुप गई. और रेपंजेल के बालों को काटकर उसने मीनार से नीचे लटका दिया ताकि राजकुमार उस बालों के सहारे ऊपर चढ़ सके. और राजकुमार को कोई शंका ना हो. और जब राजकुमार रेपंजेल से मिलने के लिए मीनार पर ऊपर चढ़ा तो रेपंजेल के जगह जादूगरनी को देखकर डर गया और मीनार से कूद गया.ऊपर से कूदने के कारण राजकुमार के दोनों आंखों की रोशनी चली गई. लेकिन जब राजकुमार नीचे गिरने लगा तो उसके हाथों में रेपंजेल के कटे हुए बाल आ गए राजकुमार के साथ रेपंजेल के कटे हुए बाल भी नीचे गिर गई. नीचे उतर पाने का कोई अन्य तरीका नहीं था जिस कारण से जादूगरनी डैम गोथेल उस मीनार में ही फंस कर मर गई.
राजकुमार अपनी प्रेमिका और अपनी दोनों आंखों को खो देने के बाद निराश हो गया और जगह-जगह भटकने लगा. बहुत दिन भटकने के बाद वह उसी जगह पर जा पहुंचा जहां पर रेपंजेल बस चुकी थी. रेपंजेल को जुड़वा बच्चा हुआ था जिसमें एक बेटी और एक बेटा हुआ था.बहुत दिनों के बाद अंततः दोनों उसी राज्य में एक स्थान पर मिले और उसके मिलने के चमत्कार स्वरूप राजकुमार को आंखें भी वापस आ गई और रेपंजेल के सुनहरे बाल भी वापस मिल गए और दोनों हंसी-खुशी साथ रहने लगे और जीवन यापन करने लगे.
शिक्षा :
इस कहानी से हमें यही शिक्षा मिलती है कि बूढ़े का अंत बुरा होता है और विश्वास के सहारे इस दुनिया में कुछ भी पाया जा सकता है. जिस प्रकार जादूगरनी ने गलत नियत से रेपंजेल को इतने वर्षों तक कैद करके रखा था. 1 दिन जादूगरनी को उसकी सजा मिल गई और वह मारी गई. और उधर रेपंजेल ने बचपन से ही उम्मीद लगा कर रखी थी कि एक दिन वह खुशियाली भरी जिंदगी जिएगी. 1 दिन भगवान ने इस विश्वास को पूरा कर दिया.
राजकुमार अपनी प्रेमिका और अपनी दोनों आंखों को खो देने के बाद निराश हो गया और जगह-जगह भटकने लगा. बहुत दिन भटकने के बाद वह उसी जगह पर जा पहुंचा जहां पर रेपंजेल बस चुकी थी. रेपंजेल को जुड़वा बच्चा हुआ था जिसमें एक बेटी और एक बेटा हुआ था.बहुत दिनों के बाद अंततः दोनों उसी राज्य में एक स्थान पर मिले और उसके मिलने के चमत्कार स्वरूप राजकुमार को आंखें भी वापस आ गई और रेपंजेल के सुनहरे बाल भी वापस मिल गए और दोनों हंसी-खुशी साथ रहने लगे और जीवन यापन करने लगे.
शिक्षा :
इस कहानी से हमें यही शिक्षा मिलती है कि बूढ़े का अंत बुरा होता है और विश्वास के सहारे इस दुनिया में कुछ भी पाया जा सकता है. जिस प्रकार जादूगरनी ने गलत नियत से रेपंजेल को इतने वर्षों तक कैद करके रखा था. 1 दिन जादूगरनी को उसकी सजा मिल गई और वह मारी गई. और उधर रेपंजेल ने बचपन से ही उम्मीद लगा कर रखी थी कि एक दिन वह खुशियाली भरी जिंदगी जिएगी. 1 दिन भगवान ने इस विश्वास को पूरा कर दिया.
0 Comments